लेखक:
सूर्यनाथ सिंह
14 जुलाई 1966 को सवना, गाजीपुर, (उत्तर प्रदेश) में जन्मे सूर्यनाथ सिंह की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय और बाद में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली से हुई। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां, लेख एवं अनुवाद प्रकाशित। ‘कुछ रंग बेनूर’ (कहानी संग्रह); ’चलती चाकी’, ‘नींद क्यों रात भर नहीं आती’ (उपन्यास); ‘शेर सिंह को मिली कहानी’, ‘बर्फ के आदमी’, ‘बिजली के खंभों जैसे लोग’ (बाल साहित्य) के अतिरिक्त सूर्यनाथ सिंह ने एक कुशल अनुवादक के रूप में भी पर्याप्त ख्याति अर्जित की है। ‘आशापूर्णा देवी की श्रेष्ठ कहानियां’, ‘गाथा मफस्सिल : देवेश राय’, ‘खोये का गड्डा : अवनींद्रनाथ ठाकुर’ और राजा राममोहन राय : विजित कुमार दत्त’ का इनका किया बांग्ला से हिन्दी अनुवाद खूब सराहा गया है। सूर्यनाथ सिंह अब तक भारतेन्दु हरिश्चन्द्र सम्मान और हिन्दी अकादमी का बाल एवं किशोर साहित्य सम्मान सहित कई सम्मानों से सम्मानित हो चुके हैं। सम्प्रति - वरिष्ठ सहायक सम्पादक ‘जनसत्ता’। सम्पर्क : 181, नेवल टेक्निकल ऑफीसर्स सोसाइटी, प्लॉट नं. 3 ए, सेक्टर-22, द्वारका, नई दिल्ली-110077 |
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आशापूर्णा देवी की श्रेष्ठ कहानियाँसूर्यनाथ सिंह
मूल्य: $ 4.95 नारी संवेदना पर आधारित कहानियाँ... आगे... |
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चलती चक्कीसूर्यनाथ सिंह
मूल्य: $ 19.95 |
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बर्फ के आदमीसूर्यनाथ सिंह
मूल्य: $ 1.95 बच्चों के लिए रोमांच से भरपूर कहानी है बर्फ के आदमी..... आगे... |
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बिजली के खंभों जैसे लोगसूर्यनाथ सिंह
मूल्य: $ 7.95 |